मालूम है मुझे की मैं कुछ भी लिखु तुम इन शब्दों पर यकीन नहीं करोगे जो बयान करते है मेरा इश्क़।
लेकिन यह मालूम होते हुए भी ना दीवानगी थमती है ना यह कलम और ना ही मेरा इश्क़।
यह तोह कलम की कलाकारी है की हर बार कुछ नए शब्दों में लिखती है
पर तुम्हे तोह मालूम है की यह बस एक ही बात कहती है, “बेइंतहां मोहोब्बत है मुझे तुमसे”।
ना जाने आज फिर यह मालूम होते हुए तुमसे क्यों पूछ रही है
“तुमसे इश्क़ करना सीखा है, किसी और से अब यह कैसे होगा?”
Anjane me jinhe hum chahte the
Hamne bhi kuch khab dekhe the
ESA DIN NA AY TUMHARE BAGAIR REHNE KA
इश्क़ किया है तुमसे तुम्हारी इबादत की है
TUMKO HI SOCHTA HAUN
तुमको ही सोचता हूँ तुमको ही ढूँढता हूँ
MAN SE SWIKAR
एक पहल रिश्ते की ओर (कविता का शीर्षक )
Long Distance Love
For you, I open my gate
karne lage hai hum khud se pyar
Zindagi ne, is kaddar, kiya hai, bas vaar
Intzaar Kahte Hai
इंकार को इकरार कहते हेखामोशी को इज़हार कहते हेक्या दस्तूर है इस दुनिया काएक
Looking For Eternal Love
I start my journey on having faith
Meri Priya ki ankhen kahin se nahi
मेरी प्रिया की आँखें कहीं से नहीं है सूरज की तरह,
Tere pyar mein
Tere pyar mein khudko aisa khoya,