उस एक दिन जब बातें शुरू हुई तुमसे लगा कुछ तो अलग सा है तुम में
लगा कुछ तो नया सा है तुम में फिर रोज़ की बातें होती गयी
और यूं बिना सोचे पिघलती रही मैं उन में यूं ही बिना समझे फिसलती रही उस रास्ते पे
हाँ पता था मुझको दोबारा उसी रास्ते जा रही हूँ जहाँ गम बहुत हैं
पर गम की क्या बिसात यहाँ तुम्हारा साथ बहुत है
Har pal tum hi yaad aao
Har pal ne kaha ek pal se…
rishtey ko sawaar lete hai
Suno…. Suno na! Kuch tum badlo, kuch hum badle..
PATHAR DIL
KHO GAYI HAI MANJILE, MIT GAY HAI SARE RASTE
MAN SE SWIKAR
एक पहल रिश्ते की ओर (कविता का शीर्षक )
kya dhoondti rehti hai ye aankhe
सब कुछ तो है क्या ढूँढ़ती रहती हैं निगाहें,क्या बात है मैं वक़्त पे घर क्यों
Tere pyar mein
Tere pyar mein khudko aisa khoya,
MAN SE SWIKAR
एक पहल रिश्ते की ओर (कविता का शीर्षक )
AAP KA INTZAAR
Ab humein neend nahi aati,
TUMHARI MUSKAN HO MERA JIWAN
जिस क्षण तुम मुझे स्वयं से अलग करो,
Looking For Eternal Love
I start my journey on having faith