मोम की मानिंद, कैसे पिघल-पिघल जाते हैं,
ढलती रेत से हाथों से फिसल जाते हैं, लम्हे ।
किताब के सूखे फूल-सी धुंधली याद बन जाते हैं,
तब सफर में हमसफर सा साथ दे जाते हैं लम्हें। > जब छलक कर नम आंखों का जल बन जाते हैं,
वो लम्हे, नासूरी का लम्हा-लम्हा दर्द दे जाते हैं। > कभी शब्दों का, कभी लफ्जों का खेल, खेल जाते हैं,
कभी कलम के फूल, बन अंगार ढह जाते हैं, लम्हे।
मीठी-मीठी बातों में चुप के सौ पहरे बन जाते हैं,
फिर रूह को छूकर अनकहे ही गुजर जाते हैं, लम्हें।
जब ठहरे पानी में पत्थरों से, हलचल कर जाते हैं,
वो लम्हे, आईने को तकते, एक इतिहास बन जाते हैं।
Mujhe awaz De Dena
Mujhe awaz De Dena
Simple, It's Just Life
We've all been through thick.
Journey Of Changing Life
Life is a long-distance journey
The Ghost Of My Past
Fumbling, stumbling,
Brighter Skies
If you awake to one more dreary day,
Faith And Courage In Life
In life, some people will hurt us and cause us pain,
Don't Judge A Book By Its Cover
Do not judge me
JINE KI CHAH
जीने की चाह सभी को होती है सदा।
ZINDAGI WAHI HAMARI KITAB HAI
कभी कड़ी धूप सी परेशानियाँ
KABHI DHOOP TO KABHI CHHAON
कभी धूप कभी छाया है