KYA FARK PADTA HAI

Posted on 28th Feb 2020 by sangeeta

कोई सब कहे, कोई चुप रहे,

तो कोई छाँव, कोई धूप सहे,

कोई रहे न रहे,क्या फर्क पड़ता है?

 

कोई खुद रोए, फिर भी हँसाए,

कोई हँसते-हँसते रो जाए,

चाहे वो रहे या खो जाए,क्या फर्क पड़ता है?

 

कोई ख्वाब दिखाए, कोई लोरी गाए,

तो कोई गहरी नींद से जगाए,

कोई पास बुलाए, दूर भगाए,क्या फर्क पड़ता है?

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