ये कैसे अद्भूत मोती अल्फाजों के अ मालिक तूने मेरे ख्यालों में बो दिए
जब भी देखा कोई कोरा कागज मेरी कलम और दवात रो दिए
बेवजह बरसाई तूने रहमतों की बरसात क्रकीट के जंगलो पर
हजारों करोड़ो अनमोल मोती तूने बिन बात के खो दिये
जिन आशियानों को इंसानो ने बनाकर कभी संभाला ही नहीं
नेक दिल परमात्मा ने करके बरसात सारे के सारे धो दिये
Just Want A Happy Life
I live with depravity,
My Credo Of Life
Let me live within the moment.
NAZAR SE DEKHA
SADA RAHE
Don't Think Quit
When times are hard, you might stop for a bit,
Be Proud Of Who You Are
I come with no wrapping or pretty pink bows.
UMAR BHAR NIBHANE KA
CHAHE NAZAR NA AYE
चाहे नजर ना आये कहीं उजाला
SHAAM KI TARAH
शाम की तरह हम ढलते जा रहे है,
KISSI PED KI CHHAW ME
किसी पेड़ की छाँव में किसी की राह तकते