जिंदगी की आपाधापी में कब हमारी उम्र निकली पता ही नहीं चला|
कंधे पर चढ़ने वाले बच्चे कब कंधे तक आ गए पता ही नहीं चला|
किराए के घर से शुरू हुआ सफर कब अपने घर तक आ गया पता ही नहीं चला|
साइकिल के पैडल मारते हुए हाँफते थे उस वक्त, कब गाड़ियों में घूमने लगे, पता ही नहीं चला|
हरे भरे पेड़ों से भरे हुए जंगल थे तब, कब हुए कंक्रीट के पता ही नहीं चला|
कभी थे जिम्मेदारी मां बाप की हम, कब बच्चों के लिए हुए जिम्मेदार हम पता ही नहीं चला|
एक दौर था जब दिन में भी बेखबर सो जाते थे कब रातों की नींद उड़ गई पता ही नहीं चला|
MERI KALAM OR DAWAAT
ये कैसे अद्भूत मोती अल्फाजों के अ मालिक तूने मेरे ख्यालों में बो दिए
The Guitar Of Time
On a guitar of time, he played pleasant tunes,
GIRNA ZAROORI THA
गिरना जरूरी है
CINDY WILLIAMS GUTIÉRREZ
what my body knows
Aate hai farishtey bankar
Aate hai farishtey bankar,
AAPKI LADAI KOI OR LAD RAHA HAI
JO MERE NAAM KE DANE HAI
इस जीवन की चादर में सांसों के ताने बाने हैं,
zindgi hi ti hai
ज़िन्दगी ही तो है थोड़ा और सीखा देगी
KISI KE LIYE SARTAAJ HAI ZINDGI
किसी के लिए सरताज है जिंदगी
Zindagi ko jina sikh lo
Zindagi ko jina sikh lo,