भारत क्यों तेरी साँसों के, स्वर आहत से लगते हैं,
अभी जियाले परवानों में, आग बहुत-सी बाकी है।
क्यों तेरी आँखों में पानी, आकर ठहरा-ठहरा है,
जब तेरी नदियों की लहरें, डोल-डोल मदमाती हैं।
जो गुज़रा है वह तो कल था, अब तो आज की बातें हैं,
और लड़े जो बेटे तेरे, राज काज की बातें हैं,
चक्रवात पर, भूकंपों पर, कभी किसी का ज़ोर नहीं,
और चली सीमा पर गोली, सभ्य समाज की बातें हैं।
AAP KA INTZAAR
Ab humein neend nahi aati,
log kehte hai jamin par kisi ko khuda nahi milta
लोग कहते हैं ज़मीं पर किसी को खुदा नहीं मिलता,
You Love Me
Insecurity, when you walk in the room.
Love? No. Fate? I Think So
I knew the day we met
JIWAN KA MULYA
कोई आपके लिए रूपये खर्च करेगा तो कोई,
I Couldn't Pretend
Friends indeed,
Just Want A Happy Life
I live with depravity,
LAGTA HAI US SE MOHABBAT HONE LAGI HAI
Surat na dekhi maine uski
JIWAN KA WO MARG
मैं जब तेरे बारे में सोचती हूँ ,
BAS EK BAAT MAAN LO
Iss khoobsurat jindagi ki talash,