AAJADI KI RITI NIBHAI

Posted on 22nd Feb 2020 by sangeeta

लाल रक्त से धरा नहाई,

श्वेत नभ पर लालिमा छायी,

आजादी के नव उद्घोष पे,

सबने वीरो की गाथा गायी,

 

गाँधी ,नेहरु ,पटेल , सुभाष की,

ध्वनि चारो और है छायी,

भगत , राजगुरु और , सुखदेव की

क़ुरबानी से आँखे भर आई ||

 

ऐ भारत माता तुझसे अनोखी,

और अद्भुत माँ न हमने पाय ,

हमारे रगों में तेरे क़र्ज़ की,

एक एक बूँद समायी .

 

माथे पर है बांधे कफ़न ,

और तेरी रक्षा की कसम है खायी,

सरहद पे खड़े रहकर,

आजादी की रीत निभाई.

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