AFSAANE KA DUKH OR SUKH

Posted on 4th Mar 2020 by sangeeta

सुख-दुख के अफसाने का,

ये राज है सदा मुस्कुराने का,

ये पल दो पल की रिश्तेदारी नहीं,

ये तो फ़र्ज है उम्र भर निभाने का,

जिन्दगी में आकर कभी ना वापस जाने का,

ना जानें क्यों एक अजीब सी डोर में बन्ध जाने का,

इसमें होती नहीं हैं शर्तें,

ये तो नाम है खुद एक शर्त में बन्ध जाने का,

Other poetry