BHULE MAANAS KO DILATE NETA

Posted on 21st Feb 2020 by sangeeta

गली गली में बजते देखे आज़ादी के गीत रे |

जगह जगह झंडे फहराते यही पर्व की रीत रे ||

सभी मनाते पर्व देश का आज़ादी की वर्षगांठ है |

वक्त है बीता धीरे धीरे साल एक और साठ है ||

बहे पवन परचम फहराता याद जिलाता जीत रे |

गली गली में बजते देखे आज़ादी के गीत रे |

जगह जगह झंडे फहराते यही पर्व की रीत रे ||

जनता सोचे किंतु आज भी क्या वाकई आजाद हैं |

भूले मानस को दिलवाते नेता इसकी याद हैं ||

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