CHOT KHA KAR BAITHE HAI

Posted on 9th Mar 2020 by sangeeta

जो चोट खाकर बैठे है वो शायर बन बैठे है

टूटे दिल के सारे टुकड़े अल्फाजो से जोड़ बैठे है 

हाल ए दिल जमाने में सुनाने और जाये कहां 

कोरे पन्नो के सिवा सब मशरूफ बैठे है 

कोई मशगूल है खुद में कोई किस्मत का मारा है 

एक टूटा दिल लेकर के फिरता है 

तो दूजे टूटे दिल का सौदा करने को बैठे है 

 

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