Farz hai jo umar bhar nibhana hai

Posted on 26th Feb 2020 by sangeeta

सुख-दुख के अफसाने का

ये राज है सदा मुस्कुराने का

ये पल दो पल की रिश्तेदारी नहीं

ये तो फ़र्ज है उम्र भर निभाने का

जिन्दगी में आकर कभी ना वापस जाने का

ना जानें क्यों एक अजीब सी डोर में बन्ध जाने का

इसमें होती नहीं हैं शर्तें

ये तो नाम है खुद एक शर्त में बन्ध जाने का

 

ये तो फ़र्ज है उम्र भर निभाने का

दोस्ती दर्द नहीं रोने रुलाने का

ये तो अरमान है एक खुशी के आशियाने का

इसे काँटा ना समझना कोई

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