fasal koi or katta hai

Posted on 18th Feb 2020 by sangeeta

ऐसी अटल अवस्था में भी, कल क्यों पल-पल टलता है,

जब मीठी परवेज़ी गोली, गीत सुना बहलाती है।

 

चलो ये माना थोड़ा गम है, पर किसको न होता है,

जब रातें जगने लगती हैं, तभी सवेरा सोता है,

जो अधिकारों पर बैठे हैं, वह उनका अधिकार ही है,

फसल काटता है कोई, और कोई उसको बोता है।

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