HUM APNA RAQT CHADHATE HAI

Posted on 20th Feb 2020 by sangeeta

अपना तन-मन-धन-जन-जीवन

माता को अर्पण करना है।

पर यह साधारण पत्र नहीं,

आज़ादी का परवाना है।

इस पर तुमको अपने तन का

कुछ उज्जवल रक्त गिराना है!

वह आगे आए जिसके तन में

खून भारतीय बहता हो।

वह आगे आए जो अपने को

हिंदुस्तानी कहता हो!

वह आगे आए, जो इस पर

खूनी हस्ताक्षर करता हो!

मैं कफ़न बढ़ाता हूँ, आए

जो इसको हँसकर लेता हो!”

सारी जनता हुंकार उठी-

हम आते हैं, हम आते हैं!

माता के चरणों में यह लो,

हम अपना रक्त चढाते हैं!

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