KARNE WALE KAAM BAHUT HAI

Posted on 26th Feb 2020 by sangeeta

करनेवाले काम बहुत हैं व्यर्थ उलझनों को छोड़ो,

मुल्ला-पंडित तोड़ रहे हैं तुम खुद अपनों को जोड़ो|

भूख,बीमारी,बेकारी,दहशत गर्दी को मिटाना है,

ग्लोबल-वार्मिंग चुनौती से अपना विश्व बचाना है|

हम बदलें तो युग बदले बस मंत्र यही है सुधरने का

वन्देमातरम गीत नहीं मैं मंत्र हूँ जीने-मरने का|

 

चंदा-तारे सुख देते पर पोषण कभी नहीं देते,

केवल धरती माँ से ही ये वृक्ष जीवन रस लेते|

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