MAA KI PARIBHASHA

Posted on 11th Mar 2020 by sangeeta

हम एक शब्द हैं तो वह पूरी भाषा है

हम कुंठित हैं तो वह एक अभिलाषा है

बस यही माँ की परिभाषा है.

 

हम समुंदर का है तेज तो वह झरनों का निर्मल स्वर है

हम एक शूल है तो वह सहस्त्र ढाल प्रखर

 

हम दुनिया के हैं अंग, वह उसकी अनुक्रमणिका है

हम पत्थर की हैं संग वह कंचन की कृनीका है

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