MUSALMAN MERE DESH MAIN

Posted on 25th Feb 2020 by sangeeta

कान्हा की कला पे रीझकर भक्ति भावना

के, छंद रचते हैं रसखान मेरे देश में।

तुलसी के साथ में रहीम से मुसलमान,

है निभाते कविता की आन मेरे देश में।

 

बिसमिल और अशफाक से उदाहरण,

साथ-साथ होते कुरबान मेरे देश में।

जब भी ज़रूरत पड़ी है तब-तब हुए,

एक हिंदू व मुसलमान मेरे देश में।

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