NA RAAT DEKHI NA DIN

Posted on 4th Mar 2020 by sangeeta

चाँद को भी हमने तुम्हारे लिए सजाया है

दिल का दरवाजा भी हमने तुम्हारे लिए खटखटाया  है।

रात को हमने जुगनू को भी जगाया है।

हर घडी हमारे पास तुम्हारा साया है।

हर पहर ,हर घडी

बस सबको तुम्हारे मिलने का पता बतलाया है.

बस एक आरजू से हमने अपना आँशिया बनाया है.

ना दिन देखा, ना रात देखी ,

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