SACH HO YA NA HO

Posted on 3rd Mar 2020 by sangeeta

साथ हमारा हो ना हो,लेकिन मिलना तो बस मुक़द्द्र में है

किस्मत का लिखा मिट नहीं सकता,चाहे कल हमारे नसीब में हो

हमारी हर खुवाहिश तुम्हारे मिलने पर टिकी है,मिलना तो हम तय करेंगे

चाहे किस्मत में लिखा हो न हो,हमारी आरजू बस यही है

चाहे हमारा मिलना कल हो न हो,अब तो तुम मिलने आओ

चाहे हमारे मुक़द्द्र का लिखा ,सच हो या ना हो।

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