SO JAUN ME FIR SE SAPNO ME

Posted on 20th Feb 2020 by sangeeta

देर सवेर फिर से भोर हो गई,

रातों की नींद फिर से उड़ गई,

देखा था जो सपना वो छम से चूर हो गया,

जिंदगी का सफर फिर से शुरू हो गया।

 

आंखों का पानी सूख गया,

चेहरे का नूर कहीं उड़ सा गया,

अब जिंदगी से एक ही तमन्ना,

सो जाऊं फिर से उन सपनों की दुनिया में।

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