SUB JAGHA DHOKHA HAI

Posted on 12th Mar 2020 by sangeeta

माना दुनियाँ बुरी है सब जगह धोखा है,

लेकिन हम तो अच्छे बने हमें किसने रोका है.

रिश्तो की सिलाई अगर भावनाओ से हुई है

तो टूटना मुश्किल है..

और अगर स्वार्थ से हुई है,

तो टिकना मुश्किल है..!!

Other poetry