TERE CHEHRE KI TARIF HAI

Posted on 16th Mar 2020 by sangeeta

तेरे चेहरे की क्या तारीफ़ है हर चीज़ इसकी बड़ी बारीक है, होठों पर बिखरी ये मुस्कान है करतीं ये लाखों का नुकसान है, नाक के ऊपर कजरारी आँखें है जो सबको उलझाती हैं। पर जनाब, ये चेहरा तो सिर्फ नकाब है ये तो मासूमो को फ़साने का जाल है, कई लोगों को इस चेहरे के न मिलने का मलाल है, हर कोई इस चेहरे का दीवाना है सभी को इस चेहरे को पाना है।

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