Teri Dosti Par Naaj Bhi Hain

Posted on 20th Jan 2020 by rohit kumar

तेरी कमी भी है, तेरा साथ भी है,

तू दूर भी है, तू पास भी है…

 

खुदा ने यूँ नवाज़ा तेरी दोस्ती से,

मुझे गुरुर भी है और नाज़ भी है…

Other poetry