UJALA HI PAYA

Posted on 3rd Mar 2020 by sangeeta

सिर्फ उजाला ही पाया है,आँखों की पट्टी को हमने 

अपना चश्मा बनाया है,जो भी किताब खोलूं

हर पन्ने  पर सिर्फ तुम्हारा लिखा पाया है

हर गमो की याद को हमने ,तुम्हारे लिए मिटाया है  

सिर्फ हमारे लबो पर , तुम्हारा ही नाम आया है

दिल को भी  हमने सिर्फ, तुम्हारे लिए धड़काया है

अब मिलने आ भी जाओ वरना, हमने अपने जीवन का तुम्हे 

आखिरी किस्सा सुनाया है

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