YUN ZINDGI KE KHWAB DE GAYA

Posted on 19th Feb 2020 by sangeeta

यूँ जिन्दगी के ख्वाब दिखा गया कोई,

मुस्कुराके अपना बना गया कोई,

बहतीं हुई हवाओं को यूँ थाम ले गया कोई,

सावन में आके कोयल का गीत सुना गया कोई,

यूं अपने प्यार की हवा से गम को मिटा गया कोई,

मीठे सपनों में आपके अपना बना गया कोई,

धूल लगी किताब के पन्नें पलट गया कोई

उस में सूखे हुए गुलाब की याद दिला गया कोई

यूँ जिन्दगी में फिर से प्यार की बरसात दे गया कोई

बिन आहट की इस दिल में जगह बना गया कोई

यूँ फिर से मुझे जीने का मकसद सिखा गया कोई

बिना आहत अपना बना गया कोई

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