कब सपनों के लिए,
सपनों का घर छोड़ दिया पता ही नहीं चला।
रूह आज भी बचपन में अटकी,
बस शरीर जवान हो गया।
गांव से चला था,
कब शहर आ गया पता ही नहीं चला।
पैदल दौड़ने वाला बच्चा कब,
बाइक, कार चलाने लगा हूं पता ही नहीं चला।
जिंदगी की हर सांस जीने वाला,
कब जिंदगी जीना भूल गया, पता ही नहीं चला।
Aawaaz lagaa kar to dekhnaa
Aawaaz Lagaa Kar Dekhnaa Hum Tere Liye Thahar Jaayenge....
Words Are Not Enough
No words could ever tell you,
How And When
We are often greatly bothered
Uski zaroorat rahegi
Dil mein dard hotho pe muskurahat ho
dost ke door ho jane ke baad
मैं ना जानू दोस्त तेरे दूर हो जाने के बाद, यह जिंदगी कैसे जंग बन गई है।
MANANE KI KHWAHISH HO YA NA HO
र लगता है तुम्हें बताने में वो जो हमारे बीच तासीर-इ-इज़हार था,
You Are My Sunshine
You brought me sunshine
KYA HAI ZINDGI
शून्य में निहारते आसमान को देख कर भूल जाता हूं मैं अपनी परेशानी ।
SACH HO YA NA HO
साथ हमारा हो ना हो,लेकिन मिलना तो बस मुक़द्द्र में है
AYE WATAN AYE WATAN
Jalte bhi gaye, kehte bhi gaye