नव-जीवन का वैभव जाग्रत हो जनगण में,
आत्मा का ऐश्वर्य अवतरित मानव-मन में!
रक्त-सिक्त धरणी का हो दु:स्वप्न-समापन,
शांति-प्रीति-सुख का भू स्वर्ण उठे सुर मोहन!
भारत का दासत्व दासता थी भू-मन की,
विकसित आज हुई सीमाएँ जन-जीवन की!
धन्य आज का स्वर्ण-दिवस, नव लोक जागरण,
नव संस्कृति आलोक करे जन भारत वितरण
MERE DESH KI AANKHEN
झुकी कमर सीधी की
HAR PANNE PAR
बस हमने तुम्हरा ही गाना गुनगुनाया है
ITIHAS ON ME NAAM LIKHA MERA DESH
यारा प्यारा मेरा देश,
Finding Hope
I've always viewed life from the sidelines,
TARO KE SAMAN RAHE
हरी भरी धरती हो
Kuch baten hum se
Kuch Baatein Hum Se Suna Karo,
KARNE WALE KAAM BAHUT HAI
करनेवाले काम बहुत हैं व्यर्थ उलझनों को छोड़ो,
Life Is....
life is confusing
Our Love Story
You entered the room and my heart skipped a beat
What I Love About You My Love
The touch of your hand,