यही है ज़िन्दगी कुछ ख़्वाब चन्द उम्मीदें,
इन्हीं खिलौनों से तुम भी बहल सको तो चलो।
तुम ढूंढ रहे हो अंधेरो में रोशनी ,खुद रोशन कर सको तो चलो,
कहा रोक पायेगा रास्ता कोई जुनून बचा है तो चलो।
जलाकर खुद को रोशनी फैला सको तो चलो,
गम सह कर खुशियां बांट सको तो चलो।
खुद पर हंसकर दूसरों को हंसा सको तो चलो,
दूसरों को बदलने की चाह छोड़ कर, खुद बदल सको तो चलो।
Life Brevity
Life's brevity, so bittersweet,
Could You Be The One?
It feels good to be in your arms,
humara bachpan
Wo bachapan achha tha
DESH BHAKT
अमरपुरी से भी बढ़कर के जिसका गौरव-गान है-
JIS DESH ME GANGA BEHTI HAI
जिस देश में गंगा बहती है
NA JANE KISKA DIL SEENE SE CHHU PAY BAITHE HAI
जो चोट खाकर बैठे है वो शायर बन बैठे है
TADAPTE HAI PED OR PANCHHI
बनते बिगड़ते हालातों का
MUSALMAN MERE DESH MAIN
कान्हा की कला पे रीझकर भक्ति भावना
fasal koi or katta hai
ऐसी अटल अवस्था में भी, कल क्यों पल-पल टलता है,
TU SAATH MERA NIBHANA
Mai Thoda Sa Hu Pagal Par Ye Bhi Hai Teri Mehrbaani...