HUM BADAL NA NAHI CHAHTE

Posted on 7th Mar 2020 by sangeeta

हम राह को बदलना नहीं चाहते हैं,

हम राह बनाना चाहते हैं…

जो खुद पथ के राही हो,

वो सिर्फ राह चलना चाहते हैं…

जिंदगी की सफर खत्म नहीं होती,

वो सिर्फ चलती ही रहती है…

भले हम रूक जाये खुशी से,

वो दुःख में भी चलते रहते हैं…

भाग्य मंदिर जाकर नहीं बदलते हैं,

भाग्य तो खुद ही बनते हैं…

और जो कर्मवीर होते हैं,

 

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