एक पहल रिश्ते की ओर (कविता का शीर्षक )
सुनो… सुनो न!
कुछ तुम बदलो, कुछ हम बदलें
और बदलके इस रिश्ते को ढेर सारा प्यार देते हैं !
चलो न, वक़्त रहते इस रिश्ते को सवार लेते हैं!
जो गलतियां तुमने की हैं, जो गलतियां मैंने की हैं!
साथ बैठके आज उन्हें सुधार लेते हैं
चलो न, वक़्त रहते इस रिश्ते को सवार लेते हैं
प्यार तुमको भी है, प्यार हमको भी है
आओ इस बात को मन से स्वीकार लेते हैं!
I Couldn't Pretend
Friends indeed,
The Heart Of Friendship
The bond of friendship is everlasting
Alone Together
There are gaps and walls between us,
Farz hai jo umar bhar nibhana hai
सुख-दुख के अफसाने का
jiwan hi hai sundarta
वह जीवन भी क्या जीवन है,जिसमें आशा का नीर नही।पथ पर आगे बढ़ना ही क्या,जब लक्ष्य
sone ki chidiya
जहाँ डाल-डाल पर सोने की चिड़िया करती है बसेरा
kuch dost purane yaad ate hai
मैं यादों की किताब खोलू तो कुछ हंसते गाते चेहरे नजर आते है,
dard ko kisne dekha hai
Mere dard ko kisne dekha hai,
mujhe zamane ne chot di hai
चले हैं लोग मैं रस्ता हुआ हूंमुद्दत से यहीं ठहरा हुआ हूं
HAMARI HARI BHARI DHARTI
हरी भरी धरती हो