बेफिक्र हो चली थी ज्योंही तुम्हारा काँधा मिला था
शाम ढलते ढलते तुम्हारे मेरे रास्ते बदल गये थे
समझा लिया था दिल को उज्ज्वल भविष्य की आशा में
सच कहती हूँ प्रियवर लौटते हुए हजार टुकड़े हुए थे
जीवन में एक पल को अँधेरा होने लगा था
पर सुकुन था एक दिन में महीनों के लम्हे जी लिए थे
थामकर हाथ तुम्हारा छोड़ने का मन तो नही था
फिर मिलेंगे ये सोचकर हम दोनो तसल्ली कर लिये थे
घर को लौट आयी थी लेकर तुम्हारी खुश्बू
तुम्हारे दिये हुए सभी खत आज कई दफा पढ़ लिये थे
बार बार अपनी नादानियों को कोस रही थी
Sachi dosti ko ek rishta mil jata hai
प्यार को मत समझो पूरा
Quite possibly
To laugh often and much;
A Friendship Love
You have a gentle heart and a caring soul.
MAN SE SWIKAR
एक पहल रिश्ते की ओर (कविता का शीर्षक )
parwah nahi kuch dam ki
कस ली है कमर अब तो, कुछ करके दिखाएंगे,
A Walk To Remember
A walk to remember
BAS THODI DER
बस थोड़ी सी देर के लिए तुम्हारा मुझसे मिलने का मन नहीं करता…
Pyar ka mitha dariya
दोस्ती
rishtey ko sawaar lete hai
Suno…. Suno na! Kuch tum badlo, kuch hum badle..
I Love You Well
I wish not to love you much,