MOOT SE PEHLE HI SAHI

Posted on 22nd Feb 2020 by sangeeta

समंदर सा गहरा है मेरा प्यार ओ दिलदार

लब पर आता है तेरा ही नाम बार बार

कभी धूप में कभी छाँव में

कभी शहर में कभी गांव में

सुबह से शाम बस तेरा इंतज़ार

शायद तू कहीं मिल जाये इस बार

भीगती हैं पलकें तन्हा रातों में

छलकता है दर्द मेरी बातों में

फिर भी ज़िंदा हूँ मैं

सोचकर बस यही

तू मिलने आयेगा मुझे

मौत से पहले ही सही

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