NA JANE KISKA DIL SEENE SE CHHU PAY BAITHE HAI

Posted on 18th Feb 2020 by sangeeta

जो चोट खाकर बैठे है वो शायर बन बैठे है 

टूटे दिल के सारे टुकड़े अल्फाजो से जोड़ बैठे है 

हाल ए दिल जमाने में सुनाने और जाये कहां 

कोरे पन्नो के सिवा सब मशरूफ बैठे है 

कोई मशगूल है खुद में कोई किस्मत का मारा है 

एक टूटा दिल लेकर के फिरता है तो दूजे टूटे दिल का सौदा करने को बैठे है 

आशिकी में है बस दर्द ही दर्द खुशी का नाम झूठा है 

जिसने की वो तो लुट ही गया जिसने ना की वो करने को बैठे है 

मालूम है कि दर्द ही मिलना है मुकम्मल हो भी नहीं सकती 

साथ छोङ चाहने वाले का मुकद्दर का हाथ थामे बैठे है 

अजीब है ये खेल जज्बातो का साँसे तो आती जाती है 

मगर किसी और के नाम से ना जाने किसका दिल सीने में छुपाये बैठे है।

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