NAA ME GIRA OR NAA MERI UMID

Posted on 12th Mar 2020 by sangeeta

न मैं गिराऔर न मेरी उम्मीदों के मीनार गिरे..!

पर.. लोग मुझे गिराने मे कई बार गिरे…!!”

सवाल जहर का नहीं था वो तो मैं पी गया,

तकलीफ लोगों को तब हुई, जब मैं जी गया.

डाली पर बैठे हुए परिंदे को पता है कि डाली कमज़ोर है ..

फिर भी वो उस डाली पर बैठता है क़्योकीउसको डाली से ज़यादा अपने पंख पर भरोसा है. “…..!!

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