जिंदगी की आपाधापी में कब हमारी उम्र निकली पता ही नहीं चला|
कंधे पर चढ़ने वाले बच्चे कब कंधे तक आ गए पता ही नहीं चला|
किराए के घर से शुरू हुआ सफर कब अपने घर तक आ गया पता ही नहीं चला|
साइकिल के पैडल मारते हुए हाँफते थे उस वक्त, कब गाड़ियों में घूमने लगे, पता ही नहीं चला|
हरे भरे पेड़ों से भरे हुए जंगल थे तब, कब हुए कंक्रीट के पता ही नहीं चला|
कभी थे जिम्मेदारी मां बाप की हम, कब बच्चों के लिए हुए जिम्मेदार हम पता ही नहीं चला|
एक दौर था जब दिन में भी बेखबर सो जाते थे कब रातों की नींद उड़ गई पता ही नहीं चला|
The Guitar Of Time
On a guitar of time, he played pleasant tunes,
Words Are Not Enough
No words could ever tell you,
JIWAN KA MULYA
कोई आपके लिए रूपये खर्च करेगा तो कोई,
Goodbye, My Dearest Friend
The hardest part of any friendship
Friends...
F- Friends are precious gifts
KATTAR LAGAYE BAITHE HAIN
Bas chalta ja tu sahi dagar,
MAN SE SWIKAR
एक पहल रिश्ते की ओर (कविता का शीर्षक )
We're Best Friends
Like a daisy in the sun,
MAN SE SWIKAR
एक पहल रिश्ते की ओर (कविता का शीर्षक )
safar me dhoop
यही है ज़िन्दगी कुछ ख़्वाब चन्द उम्मीदें, इन्हीं खिलौनों से तुम भी बहल सको