SUB KHATRE ME

Posted on 28th Feb 2020 by sangeeta

ना मुसलमान खतरे में है, ना हिन्दू खतरे में है

धर्म और मज़हब से बँटता, इंसान खतरे में है।।

ना राम खतरे में है, ना रहमान खतरे में है

सियासत की भेट चढ़ता, भाईचारा खतरे में है।।

ना कुरआन खतरे में है, ना गीता खतरे में है

नफरत की दलीलों से इन किताबो का ज्ञान खतरे में है।।

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