zindgi ka such

Posted on 24th Feb 2020 by sangeeta

| यह हैं जिंदगी का सच,

जो चाहा कभी पाया नहीं|

 

जो पाया कभी सोचा नहीं,

जो सोचा कभी मिला नहीं|

 

जो मिला रास आया नहीं,

जो खोया वो याद आता हैं,

पर जो पाया संभाला जाता नहीं|

 

क्यों अजीब भी पहली हैं जिंदगी,

जिसको कोई सुल्जा पता नहीं|

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