MUJHE NA BASANT BHATA HAI
मुझे न बसंत भाता है,
FIE MILENGE
फिर मिलेंगे ये सोचकर हम दोनो तसल्ली कर लिये थे
Befikri ho chali
बेफिक्र हो चली थी ज्योंही तुम्हारा काँधा मिला था
AANKHON ME NAZAR AATA HAI
तेरी आँखों में नज़र आता है स्वप्न मेरा,
JIWAN KA WO MARG
मैं जब तेरे बारे में सोचती हूँ ,
CHUN CHUN KAR
मैं जिसमें चुन -चुन कर कदम रखती हूँ,
DOR MANTHAN KE
यह नियम है
JIWAN OR SHATRANJ
जीवन और शतरंज में
JINE KI CHAH
जीने की चाह सभी को होती है सदा।
HUM BADAL NA NAHI CHAHTE
हम राह को बदलना नहीं चाहते हैं,
BHOOL MAT JANA
Kabhi kisi se ho larna,
Mujhe awaz De Dena
Mujhe awaz De Dena
UMAR BHAR NIBHANE KA
AFSAANE KA DUKH OR SUKH
सुख-दुख के अफसाने का,
MERI KALAM OR DAWAAT
ये कैसे अद्भूत मोती अल्फाजों के अ मालिक तूने मेरे ख्यालों में बो दिए
NAZAR SE DEKHA
SADA RAHE
CHAHE NAZAR NA AYE
चाहे नजर ना आये कहीं उजाला
WO HAR NAJARIYA
वो हर नजरिया , हमने बदल दिया
HAR PANNE PAR
बस हमने तुम्हरा ही गाना गुनगुनाया है