chalo fir se hum bache ban jate hai

Posted on 25th Feb 2020 by sangeeta

होम-वर्क की डांट से बचने के बहाने बनाते हैं .. “उसने ये किया उसने वो लिया” जैसी चुगली करने जाते हैं .. शैतानी करके प्यारी सी मुस्कान से सबके दिल पिघलाते हैं .. चलो फिर से बच्चे बन जाते हैं । पापा की छड़ी से बचने को मम्मी की गोदी में छिप जाते हैं .. बड़ी बहन की नींद बिगाड़ कर फिर से सताते हैं.. घर आए मेहमान को अपनी कविता सुनाते हैं.. चलो फिर से बच्चे बन जाते हैं।

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