मैं यादों की किताब खोलू तो कुछ हंसते गाते चेहरे नजर आते है,
गौर से देखा तो कुछ दोस्त पुराने याद आते है।
कुछ शहरों के गुलाम हो गए तो कुछ सपनों के गुलाम हो गए।
यादें और गहरी हुई तो गुलाल में रंगे कुछ चेहरे याद आते है,
गौर से देखा तो कुछ दोस्त पुराने याद आते है। धूल को उड़ते और
बारिश की बूंदों को टपकते देखा तो, कुछ दोस्त पुराने याद आते है।
Har rishte me dosti nahi milti
हर रिश्ते में दोस्ती नहीं मिलती।
मालूम है मुझे की मैं कुछ भी लिखु तुम इ
धुँधली हुईं दिशाएँ, छाने लगा कुहासा,
कभी कलम के फूल, बन अंगार ढह जाते हैं, ल
I'm sorry for hurting you, like the way I do
I'm sorry for the hurtful things I always sa
एक पहल रिश्ते की ओर (कविता का शीर्षक )
KOSHISH KARENGE HAM KI TUMKO TANHA
NAA HONE DE.... TERI ISS DIL KI 
वन्देमातरम गीत नहीं मैं मंत्र हूँ जी
Monday I was angry with the sun.
It was always in my eyes - no fun.
Tuesday I was
Deedar a nazar na sahi sapno me aate rahiye
Mulakaton ka silsila yoon hi chalte rahne do<