EK BAAR HIMAT JUTAYA BHI

Posted on 14th Mar 2020 by sangeeta

एक बार हिम्मत जुटाया भी

लेकिन मात खा गई मेरी हिम्मत

दिल की बातें जुबां पे अटक कर रह गई..

बस उसे दूर से देखकर ही खुश हो जाता हूं..

Other poetry