JINKE TYAG TAPOVAN

Posted on 20th Feb 2020 by sangeeta

महके बीस गुलाब गंध बाँटे खुशहाली

नव दुल्हन-सी खेतों में नाचें हरियाली

अनुशासन से देश नया जीवन पाता

कर्मशील ही आगे जा पूजा जाता है

आज धरा खुशहाल और उन्मुक्त गगन है

जिनके त्याग तपोवन से माटी चंदन है

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