एक जमाना जब दोस्तों के साथ,
खूब हंसी ठिठोली किया करते थे,
अब कहां खो गए पता नहीं।
जिम्मेदारी के बोझ ने कब जिम्मेदार,
बना दिया , पता ही नहीं चला।
पूरे परिवार के साथ रहने वाले,
कब अकेले हो गए, पता ही नहीं चला।
मीलों का सफर कब तय कर लिया,
जिंदगी का सफर कब रुक गया,
पता ही नहीं चला
EK ITIHAAS BAN JATE HAI
मोम की मानिंद, कैसे पिघल-पिघल जाते हैं,
How It Used To Be
I saw her during recess
TUMSE ISHQ KARNA SIKHA HAI
मालूम है मुझे की मैं कुछ भी लिखु तुम इन शब्दों पर यकीन नहीं करोगे जो बयान करते
AGAR CHAL BHI JAYE TO KYA HAI
Har Ek Keyboard Ghayal, Har Ek Login Pyaasi
The Whole World Adopt Indian Culture
SHABNAM ROSHANI
श्वेत, सर्द आनन्दमय चाँद की मोहब्बत भरी रात
hume akele chodne ka irada kun
दोस्ती का वादा किया था।,साथ निभाने का सहारा दिया था
KUCH RANG ZINDAGI KE
यदि एक औरत
INN AANSUON ME UTAR AYA HAI
Aasman mei iss aadhe-adhure chand ke sath
MUJHE APNA YAAR BANA LO
मुझे अपनी जान बना लो,