pyaar fir se hone laga

Posted on 7th Feb 2020 by sangeeta

 

सपने लेने छोड़ दिया था, लगा था तनहा सा रहने

अब तू मिली ज़िन्दगी में और तेरे सपने के सागर में लगा हूँ बहने

भरी भरी सी हैं ज़िन्दगी, भावो में बहने लगा हूँ….

चली गयी थी चेहरे की हंसी आने लगे थे दुःख

तुम मिली ज़िन्दगी में अब सच हैं सारे सुख

प्यार एक शब्दो का खेल हैं. ऐसा लगा था सबसे कहने

आज तो फिर से प्यार हो गया और लगा हूँ तेरे ख्वाबो में रहने

 

भरी भरी सी हैं ज़िन्दगी, भावो में बहने लगा हूँ….

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