एक पहल रिश्ते की ओर (कविता का शीर्षक )
सुनो… सुनो न!
कुछ तुम बदलो, कुछ हम बदलें
और बदलके इस रिश्ते को ढेर सारा प्यार देते हैं !
चलो न, वक़्त रहते इस रिश्ते को सवार लेते हैं!
जो गलतियां तुमने की हैं, जो गलतियां मैंने की हैं!
साथ बैठके आज उन्हें सुधार लेते हैं
चलो न, वक़्त रहते इस रिश्ते को सवार लेते हैं
प्यार तुमको भी है, प्यार हमको भी है
आओ इस बात को मन से स्वीकार लेते हैं!
Kuchh pal saath chale to jaanaa,
Rastaa hai jaanaa pehchanaa.
Saan
When our eyes met
for the very first time,
I knew it was you
to clear my
LIKHTI HU TUMHARE INTEZAAR MAI
लिखती हूँ मैं,
तेरे इजहार का इंतजा
Like a daisy in the sun,
she's my friend, she's no.1,
she is as sweet as a chocol
You were like the sun who brought light
Into my cold, dark, and lifeless night.
Y
Don't Judge A Book By Its Cover
Do not judge me
From the outside,
Because all you will see
Is my stupid p
जहां तेरे पैरों के कँवल गिरा करते थे
TERE INTEZAR SE MOHABBAT KI HAI
तेरे लिबास से मोहब्बत की हैं,
तेरे
जहाँ डाल-डाल पर सोने की चिड़िया करती