एक पहल रिश्ते की ओर (कविता का शीर्षक )
सुनो… सुनो न!
कुछ तुम बदलो, कुछ हम बदलें
और बदलके इस रिश्ते को ढेर सारा प्यार देते हैं !
चलो न, वक़्त रहते इस रिश्ते को सवार लेते हैं!
जो गलतियां तुमने की हैं, जो गलतियां मैंने की हैं!
साथ बैठके आज उन्हें सुधार लेते हैं
चलो न, वक़्त रहते इस रिश्ते को सवार लेते हैं
प्यार तुमको भी है, प्यार हमको भी है
आओ इस बात को मन से स्वीकार लेते हैं!
I see you in my thoughts and dreams.
When I awake, how real it seems.
You aren't
You have a friend in me,
Don't try and hide your feelings because your best friend can se
एक पहल रिश्ते की ओर (कविता का शीर्षक )
मैं लिखता हूँ,
कागज और कलम से प्यार
I'm resting here quite regally,
The feature of the table.
Surrounded by potatoes
I've hunted near, I've hunted far
I even looked inside my car.
I've lost my glass
चाहे रहे सदा मेरे जमाना विरूद्
नन्ही सी आंखें और मुड़ी हुई उंगलियां
When you proceed,
Some will say it can't be done
And that there is no need
<बस थोड़ी सी देर के लिए तुम्हारा मुझसे