ye bhi koi jiwan hai

Posted on 15th Feb 2020 by sangeeta

वह देश, देश क्या है,  जिसमेंलेते हों जन्म शहीद नहीं।

वह खाक जवानी है  जिसमेंमर मिटने की उम्मीद नहीं।

वह मां बेकार सपूती है ,जिसने कायर सुत जाया है।

वह पूत, पूत क्या है जिसने माता का दूध लजाया है।

सुख पाया तो इतरा जाना, दुःख पाया तो कुम्हला जाना।

यह भी क्या कोई जीवन है:

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