रात की इस ख़ामोशी में
इस कलम की सरगोशी में
मैं तुमसे कुछ कहना चाहती हु।
यूह तोह मेरी होके भी यह कलम
तुम्हारी ही बातें करती है सनम
चाहती हु आज यह मेरी सुने
मेरी भी आज यह लिखे
वोह बात जो मैं बताना चाहती हु।
मालुम है तुम इसे नादानी कहते हो
कुछ मेरे इश्क़ की बदनामी कहते हो
बे-पायान होती है मोहोब्बत कुछ को
तुम्हे समझाना चाहती हु।
तुम्हारे साथ होके भी
तुम्हसे दूर रहके भी
इस बे-बाक मोहोब्बत को,
बिना किसे शिकायत के करना जानती हु।
इन आँखों की नमी में
अल्फाज़ो की कमी में
बस यही कहना चाहती हु;
इश्क़ मंज़िल है यह,
कोई राह नहीं जो मोड़ना चाहती हु।
What Do I See In You
What do I see in you? Oh boy. Oh boy,
matwali zindagi
आज रात दुख वाली है तो कल दिवाली है,
Times Are Changing
We had our good days and we had our bad,
Goodbye To You
I thought you were so cool.
KHUL GAYI HO JAISE KISMAT
कैसी उठी है दिल में, शरारत नई-नई…२
From The Day I Met You
From the day I met you,
It's Time To Really Let You Go
Letting you go is not easy
zindgi hi ti hai
ज़िन्दगी ही तो है थोड़ा और सीखा देगी
I Will Want To Grow Old With You
You can take me on a holiday
Love Coming..
She had looked for his coming as warriors come,