BANA LUNGI TUMHEN APAN

Posted on 22nd Feb 2020 by sangeeta

दिल ये मेरा दिल है खिलौना नहीं

मुझे दिल में रखना भुलाना नहीं

तुम संग हो तो है छाई बहार

तुम्हारे बिना है मेरा जीना दुश्‍वार

रातों को मैं गिनता रहता हूँ तारे

नींद कहाँ आती है बिना तुम्हारे

उजली धूप में भी देखता हूँ एक ही सपना

वो दिन कब आयेगा जब बना लूँगा तुम्हें अपना

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