MAA KO BETI KI PUKAAR
अपना निवाला छोड़कर मेरी खातिर तुमने भ
MERI AANKHON KA TARA
मेरी आंखों का तारा ही, मुझे आंखें दिखा
TUMKO PAKAR TUMHI KO KHONA,
TUMKO PAKAR TUMHI KO KHONA,
MAIN JANU DIL ROTA HAI. . . . .
PATHAR DIL SE PYAR KA HONA,
MAIN JANU
Dil ko kisi ki aas nahi
दिल को किसी की आस नहीं है,
आंखों में कि
AASHIKI ME BASS
आशिकी में है बस दर्द ही दर्द खुशी का
CHOT KHA KAR BAITHE HAI
जो चोट खाकर बैठे है वो शायर बन बैठे है
EK AURAT KE KHILAF
उस एक औरत के खिलाफ
दुनियादारी की अफ
KUCH RANG ZINDAGI KE
यदि एक औरत
अपने आत्मसम्मान के लिए
DHARA SE DOOR CHAND
दूर धरा से चाँद को निहारती
होकर राग
SHABNAM ROSHANI
श्वेत, सर्द आनन्दमय चाँद की मोहब्बत भर
KISSI PED KI CHHAW ME
किसी पेड़ की छाँव में किसी की राह तक
MUJHE NA BASANT BHATA HAI
मुझे न बसंत भाता है,
न ही बहारे अच
FIE MILENGE
फिर मिलेंगे ये सोचकर हम दोनो तसल्ली कर
Befikri ho chali
बेफिक्र हो चली थी ज्योंही तुम्हारा का
AANKHON ME NAZAR AATA HAI
तेरी आँखों में नज़र आता है स्वप्न मेरा,
JIWAN KA WO MARG
मैं जब तेरे बारे में सोचती हूँ ,
फिर दु
CHUN CHUN KAR
मैं जिसमें चुन -चुन कर कदम रखती हूँ,
जी
DOR MANTHAN KE
यह नियम है
भावनाओं के आवेश में
मुश्कि
JIWAN OR SHATRANJ
जीवन और शतरंज में
आता नहीं है ठहराव कह
JINE KI CHAH
जीने की चाह सभी को होती है सदा।
ये ज़िन्