जिनकी दृढ़ता से उन्नत है आज हिमालय
अब उनके पद चिन्ह हमारे लिए शिवालय
आज तिरंगा जिनकी याद लिए फहराता
वक्त आज भी जिनकी गौरव गाथा गाता
धन्य नींव के पत्थर जिनपर बना भवन है
जिनके त्याग तपोवन से माटी चंदन है
कहीं तुम्हें परबत लड़वा दे, कहीं लड़ा
हरी भरी धरती हो
नीला आसमान रहे
Ho toh gayi thi who sabhi baatein jo kehni thi
par shayad koi ek baat reh gayi adhuri hai
ये तो फूल है जिन्दगी की राहों को महका
Don't Judge A Book By Its Cover
Do not judge me
From the outside,
Because all you will see
Is my stupid p
यह नियम है
भावनाओं के आवेश में
मुझे न बसंत भाता है,
न ही बह
जिंदगी के बहुमूल्य पल बन जाते हैं, लम
दुनिया में किसी से कभी प्यार मत करना
एक अजनबी तुम एक अजनबी हम अनजानी राहों